LYRIC

लीला

राग मल्हार – ताल तिताला

चतुरसुज झूलत श्याम हिंडोरे लीरिक्स

Chaturasuj Jhoolat Shyaam Hindore Lyrics

चतुरसुज झूलत श्याम हिंडोरे ।

कंचन खंभ लगे मणिमानिक, रेसमकी रंग डोरें ॥

उमड़ि घुमड़ि घन बरसत चहुँदिसि, नदियाँ लेत हिलोरें ।

हरि हरि भूमि लता लपटाई, बोलत कोकिल मोरें ॥

बाजत बीन पखावज बंसी, गान होत चहुँ ओरें ।

जामसुता छवि निरखि अनोखी, बाहूँ काम किरोरें ॥

 


Added by

Sanatani

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